haakim oont bana/3

in #bharat6 years ago

उस पर १८ मन पत्थर लाद दिये जिससे ऊँट से उठा नहीं गया,
जिससे मजदूर उसे लाठी से मारने लगा।
तब ऊँट बहुत दु:खी होकर अडाटा कर रहा था। संयोगवश
गुरुजी पास जा रहे थे। उन्होंने ऊँट की आवाज सुनी
उस खान के से
तो सोचा एसे बुरी तरह ऊँट को कौन मार रहा है ।
गुरुजी ने दिव्य द्रष्टि से देखा तो मालूम हुआ कि वही हाकिम
साहब अपने किये क का फल रूप डण्डे खा रहा है। तत्काल गुरुजी
खान में गये और मजदूर को कहा भईया इसे मारो मत। मैं इसे कान
में गायत्री सुनादें तो यह उठ जायेगा।
मजदूर ने कहा महाराज आपका मन्त्र चले या न चले । मेरे
हाथ में एक पाँच फुट का गायत्रा है, और इससे इसे दस-बीस बार
में मारूंगा। जिससे इसे उठना ही पड़ेगा-क्योंकि मैंने इसे बहुत ऊँची
कीमत में खरीदा है ।

18 stone blocks on it, which did not lift the camel,
From which the laborers began to beat him with a stick.
Then the camel was very sad. Coincidentally
Guruji was going to see He heard the camel's voice
From that mine
So who thought he was killing a camel?
When Guruji saw it with divine sight, it became known that the same Governor
Saheb is eating the tree as a result of his actions. Instant guru
He went to mine and told the laborer, do not beat him. I hear it
In Gayatri, it will rise.
The laborer said, "Maharaj, do not leave your mantra or do not go." my
There is a five-foot Gayatri in hand, and it gives it ten to twenty times
I will kill in By which will it have to get up because I got it very high
Bought in the price.

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