ये उस वुरल मैसेज की कॉपी है जो आज कल फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प वगैरह पर दनदना के शेयर की जा रही हैं।
बिल्कुल तथ्यहीन मैसेज है भाई। भारत उसके कुल व्यापार का सिर्फ 3 % है ऐसे में अगर हम कुछ करते हैं तो उसको ज्यादा फर्क नही पड़ना। मगर हमारे घर का चूल्हा चोका जरूर बन्ध हो जाएगा।
सरकार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति बनाने का जिम्मा चीनी कंपनी को दिया है जिसकी कीमत कई हज़ार डॉलर है।
भारत अपने आप मे शक्षम नही है तो वो चीन से मुकाबला कैसे कर सकता है।
जरूरत है तो खुद को बनाने की। चीन के तरह हमे भी हर घर मे फैक्ट्री लगाने की। ऐसा आज नही तो कल होकर ही रहेगा क्योंकि 2020 तक भारत दुनिया का सबसे युवा देश होगा जिसके युवाओ के पास नौकरी नही होगी तो आखिर में मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से ही हमे हर घर मे फैक्ट्री लगानी पड़ेगी। सामान ना खरीदकर कुछ नही होना बेहतर है कि अपना सामान बनाकर चीन के बाजार को ढहा दिया जाए।