पेट्रोल व डीजल की कीमतों में हाल में अचानक आई तेजी का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि नहीं अपितु अमेरिका में आया तूफान है।
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार अमेरिका में हाल में आये तूफान के कारण विश्व बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़े। इस मामले के विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिति सामान्य होने के साथ ही भारत में भी पैट्रोलियम उत्पादों के दामों में गिरावट आएगी।
इंडियन आयल कॉरपोरेशन के पूर्व चेयरमैन आर.एस. बुटोला ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा कि अमेरिका में तूफान से वहां रिफाइनरी उत्पादन ठप पड़ गया। तूफान की वजह से इसमें से 30 से 40 लाख टन उत्पादन क्षमता प्रभावित हुई। इससे अमेरिका में निर्यात के लिये पेट्रोल का फ्री-आन-बोर्ड (एफओबी) दाम यानी निर्यात मूल्य जो कि जून में औसतन 1.44 डालर प्रति गैलन चल रहा था, बढ़कर 1.62 डालर और तूफान आने के बाद सितंबर तक बढ़कर 1.83 डालर प्रति गैलन तक पहुंच गया है।
उनका कहना है कि पेट्रोल, डीजल में आई यह तेजी अस्थायी है। अमेरिका की रिफाइनरियों में उत्पादन सामान्य हो रहा है इसलिये उम्मीद है कि जैसे जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल, डीजल के दाम की वृद्धि कम होगी, भारत में भी इसका असर दिखाई देगा।
हालांकि जानकारों के अनुसार पेट्रोलियम पदार्थो की तेजी में उत्पाद शुल्क और राज्यों में लगने वाले वैट की ऊंची दर का भी योगदान है।
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