सर जी!
सुंदरता का कोई मापदंड नहीं होता। सभी के देखने का अलग अलग नजरिया होता है। किसी को जन्मदिन के दिन किए गए सजावट अच्छे लगते हैं।
किसी को केक की बनावट सुंदर लगती है। खुशियां बांटने का कोई कारण हो या माध्यम हो तो हर बात अच्छी लगती है, वरना तो सीने में चलने वाले सांस भी पराए लगते हैं।
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वो कुछ गलती हो गई थी, आप अब देखिए, सही हो गई है.