सुंदर पिचाई बुधवार को 45 साल के हो गए। दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल के सीईओ सुंदर 12 जुलाई 1972 को तमिलनाडु के मदुरै में जन्मे थे। शुरुआती पढ़ाई चेन्नई से की। बीटेक आईआईटी-खड़गपुर से किया। फिर आगे पढ़ने अमेरिका चले गए। लेकिन जब वे अमेरिका जा रहे थे तो पिता की सालभर की तनख्वाह से फ्लाइट का टिकट आया था।ये है उनकी खासियतें, जिसके लिए जाने जाते हैं वह...
स्कूली पढ़ाई के दौरान सुंदर कभी भी चौथी रैंक से ऊपर से नहीं आ पाए। ज्योग्राफी और हिस्ट्री में नंबर कम आते। पर साइंस में जरूर हर बार टॉप करते। सुंदर की कहानी उस भारत की कहानी है जो छोटे घरों में रहता है। कम पैसों में पलता है। लेकिन अपनी काबिलियत के दम पर बड़े ख्वाब को सच कर देता है। सुंदर अभी अमेरिका के सबसे ज्यादा पैसा पाने वाले सीईओ हैं। रोज की आमदनी 3.52 करोड़ रु. है।
अमेरिका के तीसरे सबसे महंगे सीईओ पैकेज 686 करोड़
सुंदर पिचाई अमेरिका के तीसरे सबसे महंगे सीईओ हैं। ब्लूमवर्ग के मुताबिक 2016 में उनका पैकेज 686 करोड़ रु. का था। हालांकि एक साल पहले 2015 में उन्हें वेतन और अन्य मदों में 1285 करोड़ रु. मिले थे। उस साल अमेरिका में किसी सीईओ के लिए यह सबसे बड़ी रकम थी। 2016 में वेतन के तौर पर उन्हें 417 करोड़ रुपए मिले। यह 2015 में मिले वेतन से थोड़ा कम है।
माता-पिता आज भी दो कमरे के पुराने घर में रहते हैं
सुंदर जब चेन्नई में थे तो परिवार के पास नीले रंग का एक लैंब्रेटा स्कूटर होता था। परिवार के चारों लोग उसी से जाते। पिता रघुनाथ ड्राइव करते, सुंदर आगे खड़े होते, छोटा भाई मां के साथ पीछे वाली सीट पर बैठता। अमेरिका जाने के बाद सुंदर ने माता-पिता के लिए चेन्नई में शानदार फ्लैट खरीदा। लेकिन उन्होंने उसमें रहने से मना कर दिया। वे अब भी दो रूम के पुराने मकान में ही रहते हैं। अमेरिका के ब्रुकलिन में सुंदर ने 2015 में करीब 44 करोड़ रुपए में अपना घर खरीदा है।
सुंदर की खासियतें, जिसके लिए जाने जाते हैं वह
2004 में गूगल ज्वाइन किया। 11 साल बाद 2015 में गूगल के सीईओ बन गए। इससे पहले ट्विटर उन्हें वाइस प्रेसिडेंट का ऑफर दे चुका था। जबकि माइक्रोसॉफ्ट उन्हें सीईओ बनाने को राजी था।
- क्रोम वेब ब्राउजर लॉन्च किया। इसके बाद वेब बेस्ड क्रोम ओएस भी लॉन्च किया। 2012 में गूगल एप्स को संभाला और साल भर में एंड्रायड का जिम्मा भी संभाल लिया। जीमेल, गूगल मैप एप्स बनाए। गूगल के सभी उत्पादों के लिए एंड्रायड एप भी तैयार किए।
- सुंदर ने गूगल को अपना ब्राउजर लॉन्च करने का आइडिया दिया। गूगल सीईओ एरिक श्मिट ने इसे खारिज कर दिया। सुंदर गूगल संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन के पास पहुंचे और उन्हें राजी कर लिया। 2008 में गूगल ने क्रोम ब्राउजर लॉन्च किया। 50% से ज्यादा मार्केट शेयर के साथ यह दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
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