दिदी
पहले के समय मैं , लोगो को
- ज्ञान के अनुसार ,
- अनुभव के अनुसार ,
- वर्तन और व्यवहार के अनुसार ,
- शिक्षा के अनुसार ,
- विनम्रता के अनुसार
व्यक्ति को आँका जाता था।
अभी तो बस सिर्फ पैसा बोलता हैं।
गलत हैं , लेकिन यही कड़वी सच्चाई हैं।
अफ़सोस की बात हैं।
दिदी
पहले के समय मैं , लोगो को
व्यक्ति को आँका जाता था।
अभी तो बस सिर्फ पैसा बोलता हैं।
गलत हैं , लेकिन यही कड़वी सच्चाई हैं।
अफ़सोस की बात हैं।
True 👍