काश मेरी स्कूल के टीचर्स ने इस तरह पढ़ने की कोशिश की होती.
लेकिन उनको दोष देना भी ठीक नहीं जब खोट अप्पने में हो.
बहुत अछा लगा पढ़ कर, में भी यश को अभी सही वाली हिंदी सकहुँगा और खुद भी सकूँगा.
अब मेरी इस हिंदी में कितनी गलतियां हैं मुझे भी नहीं पता.
काश मेरी स्कूल के टीचर्स ने इस तरह पढ़ने की कोशिश की होती.
लेकिन उनको दोष देना भी ठीक नहीं जब खोट अप्पने में हो.
बहुत अछा लगा पढ़ कर, में भी यश को अभी सही वाली हिंदी सकहुँगा और खुद भी सकूँगा.
अब मेरी इस हिंदी में कितनी गलतियां हैं मुझे भी नहीं पता.