झूठ और सच तो हमारी सोच पर निर्भर है । इसलिए जिस में भी सभी का हित और मंगल हो, वाही कार्य करना चाहिए ।@deepakmangal आपका कहना एकदम सही है । हमें अपना विवेक नहीं खोना चाहिए, जो सही लगे वही करना चाहिए परन्तु गलत और पाप का काम कभी भी नहीं करना चाहिए।
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