@mehta सही कहा सर आप ने ,चरित्र हीन मनुष्य सम्मान योग्य नहीं होता फिर चाहे हो वो कितना भी धनी हो ,बलवान हो , बुद्धिमान हो या विद्वान् हो। चरित्र खोया तो सब कुछ खोया। -
ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसते हैं। अपनी आत्मा को मंदिर मनाओ।
आप का धन्यवाद इतने अच्छे विचारे हमारे साथ बाँटने के लिए।