05 सेकंड के लिए धरती बहुत, बहुत ठंडी हो जाएगी.
जितने भी लोग समुद्र किनारे लेटे हैं...उन्हें तुरंत सनबर्न होने लगेगा.
दिन में भी अँधेरा छा जाएगा.
हर वह इंजन रूक जाएगा जिनमें आंतरिक दहन होता है.
रनवे पर टेक ऑफ कर चुका प्लेन वहीं क्रैश हो जाएगा.
धातुओ के टुकड़े बिना वैल्डिंग के ही आपस में जुड़ जाएगे.
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ऑक्सीजन न होने का यह बहुत भयानक साइड इफेक्ट होगा......
पूरी दुनिया में सबके कानों के पर्दे फट जाएगे....क्योंकि 21% ऑक्सीज़न के अचानक लुप्त होने से हवा का दबाव घट जाएगा.
सभी का बहरा होना पक्का है.
कंक्रीट से बनी हर बिल्डिंग ढेर हो जाएगी.
हर जीवित कोशिका फूलकर फूट जाएगी.
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पानी में 88.8% ऑक्सीज़न होती है.
ऑक्सीजन ना होने पर हाइड्रोजन गैसीय अवस्था में आ जाएगी और इसका वाॅल्यूम बढ़ जाएगा.
हमारी साँसे बाद में रूकेगी, हम फूलकर पहले ही फट जाएँगे.
समुद्रो का सारा पानी भाप बनकर उड़ जाएगा.....क्योंकि बिना ऑक्सीजन पानी हाइड्रोजन गैस में बदल जाएगा और यह सबसे हल्की गैस होती है तो इसका अंतरिक्ष में उड़ना लाज़िमी है.
ऑक्सीजन के अचानक गुम होने से हमारे पैरों तले की जमीन खिसककर 10-15 किलोमीटर नीचे चली जाएगी.
........रूह कांप गई क्या???
ये न हो इस लिए अपने जीवनकाल में कुछ वृक्ष जरूर लगाएं....
और ज्यादा से ज्यादा लोगों को लगाने के लिये प्रेरित करें....।
Save Earth By Plant.
पेड़ लगायें जीवन को स्वच्छ बनाये।
पीपल का पेड़ हो सके तो जादा लगाए ।पीपल एक ऐसा पेड़ है जो दिन ,रात दोनो के लिए ऑक्सीजन देता है।
in the absence of oxygen ...
धातु जुड़ जाएंगे ?जमीं निचे चली जाएगी? pls expalin