अछा लगा हिंदी मैं कविता देख कर और उस पे जो माँ के भाव व्यक्त किए है..... ज़बरदस्त ... मैं सोचता था यह कोई नी लिखता हिंदी मैं ... पर आपका पोस्ट देख के मज़ा आया मैं भी अपनी हिंदी पोअम्ज़ डालता हूँ यहाँ। पढ़िएगा...
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