Nice poem bro,
मन अविलाशी, -तो सबका होता ही हैं
त्याग समर में,-समर में पसीना के अलावा क्या त्याग कर सकते हैं ,
मन - संघर्ष ही , जीवन है|| -मन पर काबू करिए संघर्ष खत्म .
only for Jok
good poem,Great work!
Nice poem bro,
मन अविलाशी, -तो सबका होता ही हैं
त्याग समर में,-समर में पसीना के अलावा क्या त्याग कर सकते हैं ,
मन - संघर्ष ही , जीवन है|| -मन पर काबू करिए संघर्ष खत्म .
only for Jok
good poem,Great work!
thanks for wonderful complement....