जीवन भगवान का मुफ्त उपहार है, इसे आदर्श बनाएं। अगर मूल्यांकन किया जाता है, तो कीमत करोड़ों में होगी, अमीर इसे खरीदेंगे गरीब नहीं, तो अच्छा अच्छा करो भगवान को इसकी कीमत का भुगतान करें |
Life is free gift of God,make it ideal.If evaluated,price would be in crores , the rich would buy it not the poor So do good be good Pay its price to God
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ईश्वर ने हमें जीवन निःशुल्क दे दिया . इसकी कीमत मांगी जाती तो पता नहीं लोग खरीद पाते कि नहीं , क्योंकि लाखों- करोड़ों में होता इसका मूल्य. जब वस्तुओं व सेवाओं का मूल्य इतनी तेजी से कुछेक वर्षों में आसमान छू गया है तो जीवन – मूल्य के क्या कहने ! निर्धन व गरीब लोग तो तरसते रह जाते बाल- बच्चों के लिए. न नौ मन तेल होता न राधा नाचती आंगन में . अमीरों के घर में ही शिशु जन्म लेते – उनकी किलकारियां सुनायी पड़ती. उन्हीं का घर आबाद होता. उन्हीं का खानदान चलता. बाकी सब का अस्तित्व धीरे-धीरे मिट जाता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ईश्वर के यहाँ सभी बराबर हैं – क्या अमीर ,क्या गरीब. उनके यहाँ कोई भेद – भाव नहीं होता जैसा हमारे यहाँ ( पृथ्वी पर ) होता है. इसलिए हम सबकुछ रहते हुए भी दुखी हैं. हमें सुख,चैन व शांति मवस्सर नहीं. रोते पैदा हुए और रोते हुए मर जाते हैं. हमने इस विषय पर कभी नहीं सोचा , न ही हमें कभी फुर्सत ही मिली सोचने की , लेकिन संत – शिरोमणि कबीरदास से रहा नहीं गया . दोहे में जीवन – मूल्य की व्याख्या कर डाली – ‘कबीरा जब हम पैदा हुए , जग हंसा, हम रोय | ऐसी करनी कर चलिए कि हम हँसे , जग रोय ||
God gave us life free If it is asked for price, then people do not know if they can buy it, because the value of millions in millions When the price of goods and services has soared in such a fast span of a few years, then life is worth saying! The poor and the poor people do not want to get pregnant There was no nine mind oil, neither Radha danced in the courtyard. The infant is born in the house of the rich -Their earrings are heard. Their home is dominated. Their family runs The survival of all else gradually disappears. but that did not happen. All of us are equal in God - what is rich, poor, poor? There is no difference between them. There is no sense as we have here (on earth). That's why we are unhappy even after all. We do not have happiness, peace and peace. They are born crying and crying. We never thought about this topic, nor did we ever think of having a leisure.- Nor did we ever think of having a leisure, but the Saint-Shiromani Kabirdas did not remain. Life in Doha - The Value Explained -'Kabira, when we were born, the world is laughed, We were crying.
Do this so that we laughed, & the whole world cry.
अब जीवन इतना मूल्यवान है तो हमारा कर्तव्य एवं दावित्य बन जाता है कि अपने जीवन को सार्थक बनाने का भरपूर प्रयास करें. कैसे अपने जीवन को हम सार्थक बना सकते हैं , इस विषय पर अनेकों पुस्तकें मिलती हैं – उन्हें पढ़ें और जीवन – आदर्शों एवं मूल्यों को अपने जीवन में उतारें . महान लोगों की आत्म कथा पढ़ें और उन तथ्यों पर अपना ध्यान केन्द्रित करें जिनसे वे महान बन गये जीवन – मूल्य की बात करते – करते , मैं नेता की तरह भाषण देने लगा था . भूल इंसान से होती है , ईश्वर क्षमा करते हैं – यह बात सबको मालुम है . हो सकता है ( संभावना के बारे बता रहा हूँ ) आदमी इसलिए भूल करता हो कि उसे तो क्षमा मिल ही जायेगी . गूढ़ रहस्य की बात बताना मैं भी भूल जाता यदि मैं यह नहीं बता पाता कि जबतक भूल नहीं करोगे , तबतक सही करना नहीं सीख पाओगे. दुनिया के महान आदमियों की जीवनी पढो , तब पता चलेगा कि उसने जीवन में कितनी भूल की , तब जाकर कामयाबी हाथ लगी. मनोविज्ञान में एक प्रचलित थियोरी है – ‘Trial & Error Theory ’ . इसी के भाव से मिलती – जुलती एक कहावत है – ‘ करत – करत अभ्यास , जड़ मति होत सुजान ’ इस कहावत में भूल यही है कि भूल के स्थान पर अभ्यास है , लेकिन भाव कमोवेश वही है. मैं यहाँ बड़ी भूल कर रहां हूँ – विषयांतर हो रहा हूँ . सॉरी ! यह दो अक्षरों के शब्दों में कौन सा जादू है , अभी तक हमारी समझ के बाहर है . यदि आप की समझ में आ जाय तो प्लीज … !
Life is so valuable now, then our duty and the claim becomes that you make every effort to make your life worthwhile. How can we make our life meaningful, we get many books on this topic - read them and bring life - ideals and values into our lives. Read the self-narrative of the great people and focus your attention on the facts from which they talk about the great value of life-doing, I started giving a speech like a leader. Forgetting human beings, God forgives - this thing is all illusion. It is possible -(I am telling about the possibility) Man forgets that he will be forgiven for forgiveness. I would also forget to tell the mysterious secret that if I can not tell that unless you forget, then you will not be able to learn to correct. Read the biography of the great men of the world, then it will come to know that he made many mistakes in life, then went and succeeded. There is a popular theory in psychology - 'Trial & Error Theory'. There is a saying that is related to the spirit of this - 'doing karta - doing practice, root matter is swan' In this verse the mistake is that there is practice in place of error, but the sense of weakness is same. I am making a big mistake here - I am getting excited. Sorry ! Which is the magic in the words of the two letters, yet out of our understanding. If you understand, please ...!
सबको धन्यवाद
Thanks to All
Posted from my blog with SteemPress : http://localhost/wordpress_website/value-of-life-be-good-and-do-good-%e0%a4%9c%e0%a5%80%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%82%e0%a4%b2%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%85%e0%a4%9a%e0%a5%8d%e0%a4%9b%e0%a4%be/