न किसी से छिना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे नसीब में लिखा हुआ मिले,
ना मिला ये भी तो कोई गम नहीं,
मुझे बस मेरी मेहनत का किया हुआ मिले. ,@Mehta न किसी का फेंका हुआ मिले,
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न किसी से छिना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे नसीब में लिखा हुआ मिले,
ना मिला ये भी तो कोई गम नहीं,
मुझे बस मेरी मेहनत का किया हुआ मिले. ,@Mehta न किसी का फेंका हुआ मिले,
@shaikhtousif ha ji, hame to bus apne hak ka chahiye. aapki shayari lajavab hai. comment ke liye shukriya.
Thanks Bhai aur AAP photographer bhi लाजवाब कमाल के है