हा हा हा!
सही कहा आपने। इस काँटे (फोर्क) ने एक बार तो सबका विश्वास डगमगा दिया है।
और हाँ, पापाजी चाहे कितना ही धुआँ निकालने की कोशिश करें; मेरे दिये में तो उतनी ही ज्योति जलेगी जितना मेरे पास तेल होगा! 😊
हा हा हा!
सही कहा आपने। इस काँटे (फोर्क) ने एक बार तो सबका विश्वास डगमगा दिया है।
और हाँ, पापाजी चाहे कितना ही धुआँ निकालने की कोशिश करें; मेरे दिये में तो उतनी ही ज्योति जलेगी जितना मेरे पास तेल होगा! 😊
पूरी तरह सहमत आपके विचारों से l